बेटी बचाओ, बेटी अपनाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम
बेटी बचाओ, बेटी अपनाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत बिना मां-बाप की या फिर जरूरतमंद परिवार की एक बेटी को गोद लेकर उसका बैंक अकाउंट यूनियन बैंक में खुलवाया जाता हैं|जिससे हर महीने ₹100 ₹100 रूपये के सहयोग से बेटियों खाते में जमा करवाए जाते हैं, अब तक लगभग 300 बेटियों को तीन चरणों में गोद लिया जा चुका है. पहले चरण में 16 फरवरी 2017 को 25 बेटियों को सिंगला होटल में खाना खिलाकर स्कूल यूनिफॉर्म देकर गोद लिया गया था. वर्तमान में पहले चरण की बेटियों के खाते में ₹10000 जमा हो चुके हैं बैंक खाता कम से कम 10 साल तक चलाया जाता है. गोद ली गई बेटियों को स्कूल बैग्स, स्टेशनरी, वाटर बोटल, यूनिफॉर्म, लंच बॉक्स व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है. गोद ली गई बेटियों को होली, दीपावली, रक्षाबंधन व अन्य त्योहारों पर घर बुलाकर उनके साथ भोजन कर उनको उपहार दिए जाते हैं.